पीजीआई में रेजीडेंट चिकित्सकों की हड़ताल हुई खत्म, शुक्रवार को ओपीडी एवं ओटी सेवाएं सामान्य रूप से चलेंगी
- By Vinod --
- Thursday, 22 Aug, 2024
Strike of resident doctors in PGI ends
Strike of resident doctors in PGI ends- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I पीजीआई में रेजिडेंट चिकित्सकों की हड़ताल गुरुवार को सायं खत्म होने पर मरीजों ने राहत की सांस ली। सुप्रीम कोर्ट की ओर से चिकित्सकों के साथ न्याय होने की बात कहने पर पहले एम्स दिल्ली में चिकित्सकों ने अपनी हड़ताल खत्म की और इसके बाद देश के अलग अलग चिकित्सा संस्थानों में रेजिडेंट चिकित्सकों ने अपनी 11 दिनों से चली आ रही हड़ताल को खत्म करने की बात कही। पीजीआई के चिकित्सकों ने भी गुरुवार को सायं एम्स में हड़ताल के खत्म होने के बाद अपनी हड़ताल खत्म करने का फैसला किया। पीजीआई में शुक्रवार को न्यू ओपीडी में मरीजों का पंजीकरण 8 से 11 बजे के बीच होगा और इलेक्टिव सर्जरी भी होंगी।
देश में रेजिडेंट चिकित्सक सरकार से चिकित्सकों पर होने वाले हमलों एवं जघन्य कृत्यों को रोकने के लिए कड़े कानून लागू करने की मांग पर अड़े हुए थे। देश में रेजिडेंट चिकित्सक कोलकाता में रेजिडेंट चिकित्सक से बलात्कार एवं हत्या के विरोध में हड़ताल पर चल रहे थे। पीजीआई में चिकित्सकों की हड़ताल के खत्म होने पर वार्डों में उपचाराधीन मरीज जो लंबे समय से अपने रोगों की सर्जरी होने का इंतजार कर रहे थे ने राहत की सांस ली है।
ऐसे में अब शुक्रवार से संस्थान में ओटी सेवाएं और ओपीडी सेवाएं फिर से सामान्य रुप से बहाल होने से राहत मिलेगी। पीजीआई में एक सप्ताह से हड़ताल के चलते एक हजार के करीब इलेक्टिव सर्जरी नहीं हुई हैं और मरीज व तीमारदार वार्डों में हड़ताल के खत्म होने का इंतजार कर रहे थे। इस हड़ताल के खत्म होने से संस्थान की फैकल्टी ने भी राहत की सांस ली है क्योंकि हड़ताल के चलते फैकल्टी इमरजेंसी एवं आईसीयू के साथ वार्डों में मरीजों की देखभाल कर रही थी। वहीं ओपीडी में पुराने मरीजों को देख रही थी।
पीजीआई एआरडी ने कहा कि मरीजों की पीड़ा को देखते हुए हमारी मुख्य मांगों के विस्तृत और प्रामाणिक समाधान के लिए सीबीआई और भारत सरकार को उचित समय देने का निर्णय लिया। इस बीच, दिवंगत आत्मा और आरजी कर अस्पताल के हमारे सहयोगियों के साथ एकजुटता के रूप में हम अपने मौजूदा संयुक्त कार्रवाई मंच और अन्य आरडीए के साथ मिलकर अपना विरोध व्यक्त करना जारी रखते हैं।
हम राष्ट्रीय टास्क फोर्स के साथ संबद्धता में सीबीआई जांच और सीपीए पर भारत सरकार की प्रतिक्रिया के संबंध में घटनाओं के अनुक्रम की सामूहिक निगरानी के लिए बाध्य हैं। हम विभिन्न गतिविधियों और जन जागरूकता प्रदर्शनों के साथ 11 दिवसीय हड़ताल का समापन करते हैं। रेजीडेंट चिकित्सकों ने कहा कि हम तत्काल प्रभाव से सभी वैकल्पिक ओपीडी, ओटी, वार्डों में शामिल होंगे। हम विशेष रूप से निदेशक पीजीआई और चिकित्सा अधीक्षक को उनके समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं। संकाय सदस्यों और संकाय संघ को उनके विस्तारित समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं।
जीएमसीएच 32 में रेजिडेंट चिकित्सकों की हड़ताल जारी
जीएमसीएच 32 में रेजिडेंट चिकित्सकों ने शुक्रवार को सुबह संस्थान के प्रिंसीपल निदेशक प्रो.एके अत्री के साथ बैठक करने के बाद ही हड़ताल खत्म करनी है या नहीं का फैसला लेंगे। जीएमसीएच में रेजिडेंट चिकित्सकों ने आज हड़ताल खत्म करने का फैसला नहीं लिया है। पीजीआई के रेजिडेंट चिकित्सकों ने गुरुवार को दोपहर 3 बजे जीबीएम कर उक्त हड़ताल को खत्म करने का फैसला किया और कहा कि उक्त हड़ताल को तीन सप्ताह के लिए खत्म किया है। उक्त फैसला सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की अपील के बाद मरीजों को पेश आ रही परेशानी को देखते हुए लिया गया है।